रूप से नाटू नटू गीत ने इस फिल्म को अप्रत्याशित प्रसिद्धि दिलाई। बेस्ट
ओरिजिनल सॉन्ग कैटेगरी में ‘नाटू नटू’ को ऑस्कर मिला। इसके लिए एस.एस. ऐसी
अफवाहें थीं कि राजामौली ने 80 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। आरोप लगे कि
करोड़ों खर्च कर उन्हें ऑस्कर मिला है। ‘आरआरआर’ लाइन के निर्माता एसएस
कार्तिकेय ने प्रचार की लागत स्पष्ट की।
हम आरआरआर को अंग्रेजी संस्करण में अमेरिकी दर्शकों के लिए शुक्रवार को ही
रिलीज करना चाहते थे। लेकिन, दर्शकों के शानदार रिस्पॉन्स से वह एक दिन एक
महीने में बदल गया। थोड़ा दुख हुआ जब ‘आरआरआर’ को भारत से आधिकारिक ऑस्कर
एंट्री नहीं मिली। इसलिए हमने खुद ऑस्कर के लिए आवेदन किया। कीरावनी और चंद्र
बोस नामांकन में हैं। ऑस्कर टिकट के लिए नामांकन ऑस्कर कमेटी को भेजे जाने
चाहिए। हमने अपने परिवार के लिए प्रत्येक टिकट 1500 डॉलर में खरीदा। हमने अन्य
चार लोगों के लिए 750 डॉलर खरीदे।
बाहर आ रही सभी खबरें झूठी हैं। ‘आरआरआर’ अभियान के लिए हमारा
नियोजित बजट 5 करोड़ रुपये है। नॉमिनेशन मिलने के बाद हमने बजट कुछ और बढ़ा
दिया। अंत में यह 8.5 करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा कि फिल्म में अकादमी के
मतदाताओं की रुचि बढ़ाने में तीन पीआर एजेंसियों ने अहम भूमिका निभाई है।