द ग्रैमीज़ (2023) में सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत एल्बम के लिए ग्रैमी नामांकन
जीतने वाले शशांक नवलादी ने अपने एल्बम शूरुयत अर्ज-ए-नियाज़ के साथ धूम मचा
दी। शास्त्रीय संगीत प्रेमियों के परिवार में जन्मे शशांक नवलदी ने 6 साल की
उम्र में सरोद, तबला और स्वर की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। तब से वह भारत,
संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस सहित कई राज्यों में मंच पर प्रदर्शन कर चुके
हैं। उन्होंने बर्कली इंडियन एनसेंबल के साथ बड़े पैमाने पर सरोद वादक
कीबोर्डिस्ट विश्व प्रसिद्ध उद, वायलिन वादक साइमन शाहीन के साथ दौरा किया है।
शशांक पहले भी कई मौलिक रचनाएँ कर चुके हैं। कई अवॉर्ड विनिंग सिंगर्स
के साथ काम किया। पिछले साल शशांक ने शंकर महादेवन के साथ अपनी मूल रचना
‘शताब्दी’ का लाइव प्रदर्शन किया।
जीतने वाले शशांक नवलादी ने अपने एल्बम शूरुयत अर्ज-ए-नियाज़ के साथ धूम मचा
दी। शास्त्रीय संगीत प्रेमियों के परिवार में जन्मे शशांक नवलदी ने 6 साल की
उम्र में सरोद, तबला और स्वर की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। तब से वह भारत,
संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस सहित कई राज्यों में मंच पर प्रदर्शन कर चुके
हैं। उन्होंने बर्कली इंडियन एनसेंबल के साथ बड़े पैमाने पर सरोद वादक
कीबोर्डिस्ट विश्व प्रसिद्ध उद, वायलिन वादक साइमन शाहीन के साथ दौरा किया है।
शशांक पहले भी कई मौलिक रचनाएँ कर चुके हैं। कई अवॉर्ड विनिंग सिंगर्स
के साथ काम किया। पिछले साल शशांक ने शंकर महादेवन के साथ अपनी मूल रचना
‘शताब्दी’ का लाइव प्रदर्शन किया।