300 से अधिक बच्चों की मौत पर ध्यान केंद्रित किया है। इसने यह पता लगाने के
लिए एक जांच शुरू करने का फैसला किया कि क्या खांसी की दवाएं निर्माताओं से
दूषित थीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कथित तौर पर इन सिरपों में विषाक्त
पदार्थों के “अस्वीकार्य” स्तर पाए हैं। भारत इंडोनेशिया में इन छह निर्माताओं
द्वारा उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल के बारे में अधिक जानकारी मांग रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बयान में कहा कि इंडोनेशिया, उज़्बेकिस्तान और
गाम्बिया में खांसी की दवाई खाने के बाद 300 से अधिक बच्चे, मुख्य रूप से 5
साल से कम उम्र के गुर्दे की चोट से मर गए हैं।
कफ सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल, एथिलीन ग्लाइकॉल का उच्च स्तर पाया गया है।
क्या कंपनियां उन्हें उन्हीं आपूर्तिकर्ताओं से खरीदती हैं? या? ध्यान में रख
कर। चार कफ सिरप को ‘घटिया उत्पाद’ करार दिया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने
चेतावनी दी है, “ये संदूषक औद्योगिक सॉल्वैंट्स और एंटीफ्ऱीज़र एजेंटों के रूप
में उपयोग किए जाने वाले जहरीले रसायन हैं जो कम मात्रा में भी घातक हो सकते
हैं और कभी भी दवाओं में नहीं पाए जाने चाहिए।”