उम्र बढ़ने के साथ वजन उठाने से मांसपेशियों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
भारोत्तोलन अभ्यास विशेष रूप से हमारी मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के बीच
संबंधों को बेहतर बनाता है। इस विषय पर नए शोध के अनुसार। 40 साल की उम्र से
हम वास्तव में मांसपेशियों को कम करना शुरू कर देते हैं। आंशिक रूप से मोटर
न्यूरॉन्स, मस्तिष्क में कोशिकाओं, रीढ़ की हड्डी में कोशिकाओं (मांसपेशियों
के तंतुओं के अध: पतन) के अध: पतन के कारण हमारा शरीर ठीक से चल नहीं पाता है।
इसलिए सीमित मात्रा में वजन उठाना मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता
है।
भारोत्तोलन अभ्यास विशेष रूप से हमारी मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के बीच
संबंधों को बेहतर बनाता है। इस विषय पर नए शोध के अनुसार। 40 साल की उम्र से
हम वास्तव में मांसपेशियों को कम करना शुरू कर देते हैं। आंशिक रूप से मोटर
न्यूरॉन्स, मस्तिष्क में कोशिकाओं, रीढ़ की हड्डी में कोशिकाओं (मांसपेशियों
के तंतुओं के अध: पतन) के अध: पतन के कारण हमारा शरीर ठीक से चल नहीं पाता है।
इसलिए सीमित मात्रा में वजन उठाना मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता
है।