कोरोना महामारी ने विश्व मानवता को अस्त-व्यस्त कर दिया है। फार्मा कंपनियां
और चिकित्सा पेशेवर कभी-कभी इस तरह की महामारी से होने वाली बीमारियों से
निपटने के प्रयास कर रहे हैं। आज तक कई टीके बाजार में उपलब्ध हैं। बहरहाल..
महामारी को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए नए-नए प्रयोग जारी हैं। हाल ही में
घरेलू वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने एक और इनोवेशन किया है। भारत
का पहला इंट्रानेजल कोविड-19 वैक्सीन Incovacc (iNCOVACC) 26 जनवरी को लॉन्च
किया जाएगा। इस मामले का खुलासा भारत बायोटेक कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग
डायरेक्टर कृष्णा एल्ला ने किया। भोपाल में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल साइंस
फेस्टिवल में बोलते हुए उन्होंने इस वैक्सीन से जुड़ी कई बातों का खुलासा
किया। इसके अलावा..पशुओं में लुम्पी-प्रोविंड नामक एक घरेलू टीका अगले महीने
जारी होने की संभावना है। यह टीका केवल 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों को ही
लगवाना चाहिए। 12 से 17 वर्ष के बच्चों को भी टीका लगाया जाता है, लेकिन
उन्हें पूरा नहीं दिया जाता है। खुराक।दूसरी चीज है।।यह बूस्टर खुराक के रूप
में काम करता है। यानी.. सिर्फ वही लोग यह टीका लगवा सकते हैं, जिन्हें इसकी
दो खुराकें लग चुकी हैं।
और चिकित्सा पेशेवर कभी-कभी इस तरह की महामारी से होने वाली बीमारियों से
निपटने के प्रयास कर रहे हैं। आज तक कई टीके बाजार में उपलब्ध हैं। बहरहाल..
महामारी को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए नए-नए प्रयोग जारी हैं। हाल ही में
घरेलू वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने एक और इनोवेशन किया है। भारत
का पहला इंट्रानेजल कोविड-19 वैक्सीन Incovacc (iNCOVACC) 26 जनवरी को लॉन्च
किया जाएगा। इस मामले का खुलासा भारत बायोटेक कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग
डायरेक्टर कृष्णा एल्ला ने किया। भोपाल में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल साइंस
फेस्टिवल में बोलते हुए उन्होंने इस वैक्सीन से जुड़ी कई बातों का खुलासा
किया। इसके अलावा..पशुओं में लुम्पी-प्रोविंड नामक एक घरेलू टीका अगले महीने
जारी होने की संभावना है। यह टीका केवल 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों को ही
लगवाना चाहिए। 12 से 17 वर्ष के बच्चों को भी टीका लगाया जाता है, लेकिन
उन्हें पूरा नहीं दिया जाता है। खुराक।दूसरी चीज है।।यह बूस्टर खुराक के रूप
में काम करता है। यानी.. सिर्फ वही लोग यह टीका लगवा सकते हैं, जिन्हें इसकी
दो खुराकें लग चुकी हैं।