भारत बायोटेक ने कहा है कि भारत बायोटेक अगले महीने मवेशियों में गांठ वाली
त्वचा की बीमारी के लिए स्वदेशी वैक्सीन लुम्पी-प्रो वैक्सीन लॉन्च कर सकती
है। इस बीमारी से मारे गए लगभग 4,80,000 मवेशियों में से 2,75,000 से अधिक की
मृत्यु हो गई। ज्यादातर गायें, राजस्थान में दर्ज की गईं। भारत में मौजूदा
प्रकोप डेयरी उद्योग के लिए एक चुनौती है।
त्वचा की बीमारी के लिए स्वदेशी वैक्सीन लुम्पी-प्रो वैक्सीन लॉन्च कर सकती
है। इस बीमारी से मारे गए लगभग 4,80,000 मवेशियों में से 2,75,000 से अधिक की
मृत्यु हो गई। ज्यादातर गायें, राजस्थान में दर्ज की गईं। भारत में मौजूदा
प्रकोप डेयरी उद्योग के लिए एक चुनौती है।
भारत 210 मिलियन टन सालाना दूध का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत में
दुनिया में सबसे अधिक मवेशी और भैंस हैं। बकरी चेचक के टीके के निर्माण के लिए
एक स्वदेशी कंपनी ने एमओयू किया है। इसी प्रकार, 29 दिसंबर, 2022 को नागपुर
में “लंपी-प्रोवाक” वैक्सीन पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। मालूम हो कि
2019 में भारत में मवेशियों में गांठदार चर्म रोग के प्रकोप ने बड़ी समस्या
खड़ी कर दी थी।