एक अध्ययन से पता चला है कि कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन में जीने के तनाव के
कारण किशोरों का दिमाग तेजी से बूढ़ा हो रहा है। उस अध्ययन के अनुसार, परिणाम
वही हैं जो पहले हिंसा, उपेक्षा और पारिवारिक विफलता के परिणामस्वरूप देखे गए
थे। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने बायोलॉजिकल साइकियाट्री, ग्लोबल ओपन साइंस में
अध्ययन किया। किशोरावस्था विचारों और भावनाओं के मामले में बहुत कठिन समय है।
मस्तिष्क में बहुत अधिक पुनर्गठन होता है। अध्ययन में पाया गया कि महामारी ने
कॉर्टेक्स को पतला करके, हिप्पोकैम्पस और एमिग्डाला मस्तिष्क क्षेत्रों के
आकार को बढ़ाकर इस पुनर्गठन में से कुछ को ‘त्वरित’ किया।
कारण किशोरों का दिमाग तेजी से बूढ़ा हो रहा है। उस अध्ययन के अनुसार, परिणाम
वही हैं जो पहले हिंसा, उपेक्षा और पारिवारिक विफलता के परिणामस्वरूप देखे गए
थे। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने बायोलॉजिकल साइकियाट्री, ग्लोबल ओपन साइंस में
अध्ययन किया। किशोरावस्था विचारों और भावनाओं के मामले में बहुत कठिन समय है।
मस्तिष्क में बहुत अधिक पुनर्गठन होता है। अध्ययन में पाया गया कि महामारी ने
कॉर्टेक्स को पतला करके, हिप्पोकैम्पस और एमिग्डाला मस्तिष्क क्षेत्रों के
आकार को बढ़ाकर इस पुनर्गठन में से कुछ को ‘त्वरित’ किया।