कीमत करीब 7,500 करोड़ रुपए है
अमेरिकन रेथियॉन टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन द्वारा विकसित
इसकी रडार रेंज 150 किमी से ज्यादा है
रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुए 10 महीने हो चुके हैं। ज़ेलेंस्की की सेना, जो
शुरुआती दिनों में पुतिन की ताकतों के कारण कमजोर थी, धीरे-धीरे ठीक हो रही
है! प्रतिद्वंद्वी के हमलों को दोहराते हुए, यह जवाबी हमला भी कर रहा है।
लेकिन हथियारों के मामले में यूक्रेन पर रूस का पलड़ा भारी है। इसीलिए
ज़ेलेंस्की बार-बार अमेरिका सहित पश्चिम से उन्हें हथियार और अन्य रक्षा
प्रणालियाँ उपलब्ध कराने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने हाल ही में उन प्रयासों
के तहत अमेरिका का दौरा किया। इसी सिलसिले में अमेरिका ने यूक्रेन को एक नई
मीठी बोली दी है। उसने उस देश को लगभग 13,500 करोड़ रुपये की सैन्य सहायता
देने की घोषणा की है। उसी के तहत अत्याधुनिक पैट्रियट मिसाइल सिस्टम मुहैया
कराने की बात कही गई है। इस रक्षा प्रणाली में रूस से आने वाले ड्रोन को
प्रभावी ढंग से रोकने की क्षमता है।
देशभक्त क्या है? : पैट्रियट ‘लक्ष्य पर अवरोधन के लिए चरणबद्ध ऐरे ट्रैकिंग
रडार’ के लिए एक संक्षिप्त शब्द है। यह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल
रक्षा प्रणाली है। इसे दुश्मन सेना से आने वाली मिसाइलों/ड्रोन को रोकने और
निष्क्रिय करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह दुनिया की सबसे उन्नत वायु
रक्षा प्रणालियों में से एक है। समय-समय पर उन्नयन के लिए कई सुविधाएं प्रदान
की गई हैं।
आप क्या कर रहे हो? : यह सिस्टम ट्रक के ऊपर से काम करता है। इसमें 8 लॉन्चर
हैं। प्रत्येक लॉन्चर में अधिकतम 4 मिसाइल इंटरसेप्टर होते हैं। इनके साथ ही
ग्राउंड रडार, कंट्रोल स्टेशन और जनरेटर भी इस मिसाइल सिस्टम का हिस्सा हैं।
इसे चलाने के लिए 90 कर्मचारियों की जरूरत होती है।
यह कैसे काम करता है? : पैट्रियट राडार, कमांड-कंट्रोल तकनीक, विभिन्न प्रकार
के इंटरसेप्टर (जैसे PAC-2, PAC-3) का एक पैकेज है। ये सभी दुश्मन सेना की
रणनीतिक बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों, ड्रोन, उन्नत विमानों और अन्य
खतरों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए एक साथ काम करते हैं।
यूक्रेन के लिए कितना फायदेमंद? : यूक्रेन द्वारा रूस से आने वाली कम दूरी की
बैलिस्टिक मिसाइलों और कामिकेज़ ड्रोन को रोकने के लिए पैट्रियट का उपयोग करने
की संभावनाएँ हैं। आमतौर पर इन मिसाइल डिफेंस सिस्टम को बटालियन फॉर्मेट में
तैनात किया जाता है। हर बटालियन में चार बैटरी (मिसाइल डिफेंस सिस्टम) होती
हैं। ज़ेलेंस्की की सेना को अमेरिका से वही बैटरी मिलेगी (वो भी अभी नहीं..
कुछ महीनों के बाद)। यह बड़े शहरों की सुरक्षा में उतना प्रभावी नहीं हो सकता
है।
कहां हुई पहली तैनाती पैट्रियट का पहली बार इस्तेमाल 1991 के खाड़ी युद्ध में
किया गया था। उस वक्त इसे सऊदी अरब, कुवैत और इस्राइल की सुरक्षा के लिए तैनात
किया गया था।
फिलहाल कौन से देश कर रहे हैं इसका इस्तेमाल अमेरिका के अलावा 17 अन्य देश
पैट्रियट का इस्तेमाल करते हैं। इस सूची में जर्मनी, नीदरलैंड, जापान, इज़राइल
और अन्य देश शामिल हैं।