सरकार ने घोषणा की है कि संयुक्त सैन्य अभ्यास 2022 का 18वां संस्करण इसी
महीने उत्तराखंड में आयोजित किया जाएगा। चीन ने इस पर आपत्ति जताई लेकिन विदेश
मंत्रालय ने इसे खारिज कर दिया। संयुक्त भारत-अमेरिका सैन्य अभ्यास चीन की
सीमाओं के पास आयोजित किया जाएगा। सरकार ने घोषणा की है कि उत्तराखंड में इसी
महीने जुद्धा अभ्यास 2022 विनस्य का 18वां संस्करण आयोजित किया जाएगा। चीन
पहले ही इन पर कड़ी आपत्ति जता चुका है। भारत-अमेरिका अभ्यास हर साल आयोजित
किए जाते हैं। इनमें दोनों देशों द्वारा विभिन्न रणनीतियों और तकनीकों को साझा
किया जाता है। 2021 में ये युद्धाभ्यास अमेरिका के अलास्का में जॉइंट बेस
एलमंदर रिचर्डसन में किए गए थे।
भारत की ओर से अमेरिकी सेना की दूसरी ब्रिगेड और 11वीं असम रेजीमेंट इस महीने
होने वाले अभ्यास में हिस्सा लेंगी। उल्लेखनीय है कि ये युद्धाभ्यास चीन की
सीमाओं से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर होगा। ये संयुक्त लक्ष्यों को प्राप्त
करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मानवीय सहायता और आपदा प्रतिक्रिया
कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कमांड पोस्ट अभ्यास और कौशल पर
चर्चा होगी। इसके अलावा, एकीकृत युद्ध समूहों, रसद संचालन और पर्वतीय युद्ध
रणनीति का अभ्यास किया जाएगा। चीन के रक्षा मंत्रालय ने पहले भारत-अमेरिका के
संयुक्त सैन्य अभ्यास का जवाब दिया है और कहा है कि ये अभ्यास सीमा मामलों में
हस्तक्षेप है। उस समय विदेश मंत्रालय ने इस बात से इनकार किया था कि चीन की
घोषणा भारत के आंतरिक मामलों में दखलंदाजी है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत
के क्वाड देशों समेत 12 देश पहले ही योकुसुका के नाम पर नौसैनिक युद्धाभ्यास
कर चुके हैं।