भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (INSA) की अध्यक्ष और प्रमुख रासायनिक
जीवविज्ञानी डॉ. चंद्रिमा शाह ने कहा कि यूरोपीय देशों के लोगों की तुलना में
भारतीयों में वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता अधिक है. उन्होंने कहा कि चीन
में कोविड की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भारत में कुछ लोगों के फिर से इस
वायरस से संक्रमित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने
कहा कि देश में बड़े पैमाने पर टीकाकरण कार्यक्रम से घातक स्थितियां पैदा नहीं
होंगी। आंध्र विश्वविद्यालय, विशाखापत्तनम में आई.एस.एस.ए. उन्होंने 88वीं
वार्षिक आम बैठक में अध्यक्षीय भाषण दिया। कोविड महामारी से लड़ने और जनहानि
को कम करने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय हैं। NIO (नेशनल
सेंटर फॉर ओशन स्टडीज) के निदेशक सुनील कुमार सिंह, I.N.S.A. उपाध्यक्ष आचार्य
डीवी खक्कड़ ने शिरकत की। आचार्य आशुतोष शर्मा, सेवानिवृत्त सचिव, विज्ञान एवं
प्रौद्योगिकी विभाग, आई.एन.एस.ए. डॉ. चंद्रिमा शाह ने घोषणा की कि वह अगले
राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने जा रही हैं।