माओवादियों द्वारा टीप्पागढ़ बल के एक सदस्य की हत्या करने के बाद उनके रैंकों
में अशांति शुरू हो गई, जिसने पहले एक वरिष्ठ कैडर की गोली मारकर हत्या कर दी
थी। पहले ऐसी अफवाहें थीं कि माओवादियों ने पार्टी के एक सदस्य की हत्या कर शव
को ठिकाने लगा दिया। लेकिन, इस बार उन्होंने इसे खुले तौर पर स्वीकार नहीं
किया। संभागीय समिति के सदस्य वरिष्ठ संवर्ग शंकर अन्ना उर्फ शंकर राव की हाल
ही में हत्या कर दी गई थी। युवा माओवादी दिलीप वाचामी (23) को साथी पार्टी
सदस्यों ने शंकर राव की हत्या के लिए “सजा” के रूप में और पुलिस एजेंट होने के
संदेह में गला घोंट दिया था।
में अशांति शुरू हो गई, जिसने पहले एक वरिष्ठ कैडर की गोली मारकर हत्या कर दी
थी। पहले ऐसी अफवाहें थीं कि माओवादियों ने पार्टी के एक सदस्य की हत्या कर शव
को ठिकाने लगा दिया। लेकिन, इस बार उन्होंने इसे खुले तौर पर स्वीकार नहीं
किया। संभागीय समिति के सदस्य वरिष्ठ संवर्ग शंकर अन्ना उर्फ शंकर राव की हाल
ही में हत्या कर दी गई थी। युवा माओवादी दिलीप वाचामी (23) को साथी पार्टी
सदस्यों ने शंकर राव की हत्या के लिए “सजा” के रूप में और पुलिस एजेंट होने के
संदेह में गला घोंट दिया था।