चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं की अंतिम सूची जारी की।
इस सूची के अनुसार वर्तमान में करीब 83.5 लाख मतदाता हैं। जम्मू-कश्मीर ने
फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि यहां सबसे अधिक 7.72
लाख से अधिक मतदान हुआ। जम्मू-कश्मीर के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनिल
सालगोत्रा के मुताबिक, अंतिम मतदाता सूची में 83,59,771 मतदाता हैं। इनमें
42,91,687 पुरुष, 40,67,900 महिलाएं और 184 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। चुनावी
रजिस्टर के प्रकाशन से अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और 2019 में जम्मू और
कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजन के बाद क्षेत्र में पहले विधानसभा
चुनाव का मार्ग प्रशस्त होगा। 2019 में, केंद्र में मोदी सरकार द्वारा जम्मू
और कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों अर्थात् जम्मू कश्मीर और लद्दाख
में विभाजित किया गया था। साथ ही, जम्मू-कश्मीर को आजादी देने वाले अनुच्छेद
370 को भी खत्म कर दिया गया। हाल ही में वोटर लिस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू
की है। हाल ही में चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं की
अंतिम सूची की घोषणा की। जैसा कि मतदाताओं की यह सूची तैयार है, जम्मू-कश्मीर
में विधानसभा चुनाव कराने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
इस सूची के अनुसार वर्तमान में करीब 83.5 लाख मतदाता हैं। जम्मू-कश्मीर ने
फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि यहां सबसे अधिक 7.72
लाख से अधिक मतदान हुआ। जम्मू-कश्मीर के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनिल
सालगोत्रा के मुताबिक, अंतिम मतदाता सूची में 83,59,771 मतदाता हैं। इनमें
42,91,687 पुरुष, 40,67,900 महिलाएं और 184 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। चुनावी
रजिस्टर के प्रकाशन से अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और 2019 में जम्मू और
कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजन के बाद क्षेत्र में पहले विधानसभा
चुनाव का मार्ग प्रशस्त होगा। 2019 में, केंद्र में मोदी सरकार द्वारा जम्मू
और कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों अर्थात् जम्मू कश्मीर और लद्दाख
में विभाजित किया गया था। साथ ही, जम्मू-कश्मीर को आजादी देने वाले अनुच्छेद
370 को भी खत्म कर दिया गया। हाल ही में वोटर लिस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू
की है। हाल ही में चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं की
अंतिम सूची की घोषणा की। जैसा कि मतदाताओं की यह सूची तैयार है, जम्मू-कश्मीर
में विधानसभा चुनाव कराने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।